बालकों को कौन सी बातें सदा याद रखना चाहिए ?
- पूरी सच्चाई की आवश्यकता ।
- सत्य की विजय की निश्चितता ।
- सिद्धी का संकल्प होने पर भी निरंतर उन्नति होने की संभावना ।
- बालकों को गुस्सैल नहीं होना होना चाहिए ।
- बालकों को उत्साही होना चाहिए ।
- बालकों को सच्चा और दृढ़ निश्चयी होना चाहिए ।
- धैर्य शील होना चाहिए , विपरीत परिस्थितियों से जल्द ही घबराना नहीं चाहिए डट कर सामना करना चाहिए।
- सहनशील होना चाहिए ।
- साहसी होना चाहिए । डरपोक बालकों की कहीं इज्जत नहीं होती है ।
- खुश मिज़ाज होना चाहिये ।
- विनम्र होना चाहिए ।कभी अपनी सफलता पर गर्व नहीं करना चाहिए । और न ही अपने साथियों को कभी निम्नतर समझता है ।
- उदार होना चाहिए दूसरों के गुणों की खुले मन से प्रशंसा करनी चाहिए । सभी की सहायता के लिए भी तत्पर रहना चाहिए ।
- ईमानदार और आज्ञाकारी होना चाहिए ।
प्रिय बच्चों ऐसा नहीं है कि ये सारी बातें तुम्हें तुम्हारी माँ नहीं बताती है परंतु जब आप किसी और के द्वारा भी वही सब बाते सुनते है जो आपकी माँ आपको बताती तब आप अवश्य उन सभी बातों पर गौर करते है । और अच्छे इंसान बनने की दिशा मे कदम अवश्य बढ़ाते है । आखिर आपके मातापिता आपके लिए दिन रात मेहनत करते है तो आपका ये दायित्व बनता है कि आप उन्हे एक संस्कारी बालक बन कर खुशियाँ दे जो वे चाहते है ।